
Jio के बारे में दोस्तों आपको शायद याद होगा आज से लगभग 7 साल पहले इंडियन टेलीकॉम सेक्टर में एयरटेल ने अपनी मोनोपोली क्रिएट कर ली थी लेकिन जिओ के आते ही इस पूरे सेक्टर का मोड बदल गया कहीं बड़ी-बड़ी कंपनी जैसे docomo Aircel Telenor पर तो टला लग गया | और एवं एयरटेल को भी अपने प्लान का प्राइस 10 गुना तक काम करना पड़ गया था पर दोस्तों आज के टाइम पर इंडियन टेलीकॉम सेक्टर में बिहाइंड थे सीन कुछ ऐसा चल रहा है जहां एयरटेल आप को किलकारता दिखाई दे रहा है तभी तो फाइनेंशियल ईयर 2023 में जहां जिओ ने 1.2 ट्रिलियन रूपीस का रेवेन्यू रिकॉर्ड किया था वही एयरटेल का रेवेन्यू था 1.39 लेकिन ऐसा खेल उल्टा कैसे हो गया और अपने कि स्ट्रेटजी के दम पर एयरटेल ऑफ जिओ को हराने में कामयाब हो रहा है चलिए यह सब के बारे में हम डिटेल में बात करते हैं की Jio क्यों खत्म हो रहा है?
Jio की शुरुआत और जाने Jio खत्म क्यों हो रहा है?
तो दोस्तों जियो की शुरुआत से पहले देश में कई टेलीकॉम कंपनी थी| महंगाई की वजह से लोअर मिडल क्लास लोग स्मार्टफोन में इंटरनेट का इस्तेमाल ही नहीं कर पाते थे |क्यों लेकिन जिओ ने मार्केट में आते ही फ्री सर्विसेज देना शुरू कर दिया और उनकी इस स्ट्रेटजी की वजह से कई बड़ी कंपनी बंद हो गई वोडाफोन और आइडिया मर्ज होकर VI बन गए ,वहीं बीएसएनएल को जैसे तैसे करके सरकार ने अभी तक जिंदा रखा हुआ है लेकिन दोस्तों उसी टाइम से लेकर आज तक जिस कंपनी ने जिओ को सबसे ज्यादा टक्कर दी है वह है एयरटेल न सिर्फ जिओ की आदि के सामने सरवाइव किया बल्कि एक ऐसे स्ट्रेटजी ढूंढ निकाली है जिसके दम पर रेवेन्यू के मामले में यह जिओ को भी पीछे छोड़ते हुए फिर से अपनी वही पोजीशन आई आने जा रहा है जो कि आज से 7 साल पहले इसके पास थी लेकिन अब एयरटेल यह कर कैसे रहा है इसे समझने के लिए हम इन दोनों कंपनी के टारगेटेड कस्टमर को जानना होगा तो दोस्तों सबसे पहले हम बात कर लेते हैं जियो के टारगेटेड कस्टमर 12 जिओ सबसे पहले उनका कस्टमर के ऊपर ध्यान देता है जो कि मिडिल क्लास एंड लोअर मिडल क्लास के होते हैं एग्जांपल के लिए या फीचर फोन जिसके कीमत सिर्फ ₹999 है इसकी मदद जिओ उन लोगो को भी इन्टरनेट पर लाने की ट्राई कर रहा है जो कि अभी तक सिर्फ 2G फीचर फोन का ही इस्तेमाल करते लाने की ट्राई कर रहा है जो कि अभी तक सिर्फ 2G फीचर फोन का ही इस्तेमाल करते थे और वहीं अगर देखा जाए लोअर मिडल क्लास से ऊपर के लोगों को तो फिर इस सेगमेंट के लोगों के लिए भी जिओ ने अपना जिओ फोन नेक्स्ट 4G मार्केट में लॉन्च किया है यह पोस्टपेड जिओ फाइबर और जिओ सिनेमा जैसे सर्विसेज ट्राई करता है लेकिन कहीं ना कहीं अभी उनका फोकस मेडल और लोअर मिडल क्लास पर ज्यादा है पर दोस्तों वहीं अगर हम बात Airtel करें कि तो फिर वह ट्रेंड को फॉलो ना करते हुए अपनी खुद की योनि की स्ट्रैटेजी प्लान करता है जो कि उसे लॉन्ग टर्म में सफलता दिलाती है एयरटेल का बिजनेस मंत्र को फास्ट और क्वालिटी सर्विस प्रोवाइड करना है वही जिओ का मंत्र ज्यादा से ज्यादा जियो हर कैटेगरी में ही अपनी सर्विस प्रोवाइड कर रहा है वही एयरटेल अपना फोकस सिर्फ प्रीमियम कैटेगरी में ही रख रहा है एयरटेल सिर्फ फोन कस्टमर को अट्रैक्ट कर रहा है जिनकी परचेसिंग पावर यहां तक की 2018 में एयरटेल ने सब्सक्राइबर क्लीनअप इनिशिएटिव के तहत अपने 49 मिलियन से भी ज्यादा आईएनएक्टिव सब्सक्राइबर्स को रिमूव कर दिया था जो की रेगुलरली रिचार्ज नहीं कर रहे थे अब कंपनी की तरफ से यह बहुत बड़ा स्टेप था क्योंकि मिलियन सब सब्सक्राइबर्स को रिमूव करना पड़े हिम्मत वाली बात थी लेकिन दोस्तों लॉन्ग टर्म इसका काफी फायदा देखने को मिला लोगों को अच्छी सर्विसेज मिलने में काफी बेटर हो गया अब जैसा कि जिओ का मकसद कस्टमर का एक वॉल्यूम क्रिएट करना है जिसका असर थोड़े समय बाद उसके नेटवर्क पर भी देखने लगा और जिओ की सर्विसेज स्लो होने की वजह से लोग एयरटेल की तरफ शिफ्ट होने लगे ट्राई की एक रिपोर्ट के अकॉर्डिंग अगस्त 2020 से जनवरी 2021 के दौरान जिओ ने जहां 10 मिलियन सब्सक्राइबर्स ऐड किए थे वही एयरटेल ने सब्सक्राइबर जोड़े जो की जिओ के मुकाबले तीन गुना ज्यादा थे ट्राइबल क्लीनअप इनीशिएटिव का सबसे बड़ा एडवांटेज अगले 2 सालों में ही देखने को मिल गया एयरटेल |
Jio को नुकसान कैसे हो रहा है? और Jio क्यों खत्म हो रहा है?

अब दोस्तों यहां पर अगर किसी को सबसे ज्यादा नुकसान है जिओ वहां पर भी एयरटेल अपने ब्रॉडबैंड सर्विसेज के थ्रू एंट्री लेकर जिनका लालच दे रहा है और इससे जिओ के कस्टमर तेजी से एयरटेल में कन्वर्ट हो रहे हैं एयरटेल फाइबर की खास बात यह है इसका स्टार्टिंग प्लान सिर्फ 499 से शुरू हो जाता है और जहां नॉर्मल ब्रॉडबैंड में आप मैक्सिमम 20 से 22 डिवाइसेज को ही कनेक्ट कर सकते हैं वही एयरटेल फाइबर में आपको 64 डिवाइसेज कनेक्ट करने की सुविधा मिलती है और दोस्तों यह सब कस्टमर के लिए इतना अट्रैक्टिव है एयरटेल फाइबर के साथ जुड़ रहे हैं हालांकि मार्केट में जिओ फाइबर का भी ऑप्शन अवेलेबल है जिससे कि सितंबर 2019 में ही लॉन्च किया गया था मगर आज भी अगर देखे तो मैक्सिमम लोगों को एयरटेल फाइबर ही ज्यादा पसंद आता है और रीजन और पीएसएल स्पीड और एयरटेल की बेहतरीन सर्विस है एयरटेल फाइबर ही ज्यादा पसंद आता है और रीजन और पीएसएल स्पीड और एयरटेल की बेहतरीन सर्विस है वैसे बेस्ट सर्विसेज के साथ-साथ एयरटेल एक स्ट्रांग इकोसिस्टम भी बिल्ड करने में जुटा हुआ है क्योंकि एक बार जब भी कोई कस्टमर कंपनी की हाई चांसेस है उसका भी इस्तेमाल करेगा एग्जांपल के लिए अगर आप एयरटेल का हो सकता है कि पेमेंट के लिए आप एयरटेल थैंक्स एप का इस्तेमाल करना शुरू कर दे अगर यह भी नहीं कर रहा है तो फिर कंटेंट देखने के लिए एयरटेल एक्सट्रीम का उसे तो जरूर कर सकते हैं क्योंकि
17 OTT का एक्सेस एक ही जगह पर मिल जाता है साथ ही आप म्यूजिक के लिए उनका Wynk Music भी इस्तेमाल कर सकते हैं| अब दोस्तों सवाल उठता है कि आपको फ्री सर्विसेस प्रोवाइड करने में कंपनी को क्या फायदा ,तो दोस्तों इसका जवाब है एडवर्टाइजमेंट क्योंकि कंपनी का सबसे बड़ा फायदा आपको एड दिखाने में ही है सिस्टम बिल्ड करके या फिर कस्टमर को ऐड दिखाकर ही एयरटेल जिओ से आगे नहीं निकल सकता है?क्योंकि दुनिया का सबसे बड़ा फायदा आपको ऐड दिखने में ही है हालांकि सिर्फ अपना इकोसिस्टम बिल्ड करके या फिर कस्टमर को ऐड दिखाकर ही एयरटेल jio से आगे नहीं निकल सकता| हम सब को पता है की जिओ के पास इससेभी बड़ा इको सिस्टम है | साथी उनके सब्सक्राइबर्स का नंबर भी एयरटेल से काफी ज्यादा है तो फिर ऐसा क्या है जिसमें जिओ एयरटेल का सामना कभी नहीं कर सकता एक्चुअली एयरटेल का एवरेज रिवेन्यू पर यूजर यानी कि अर्पू जिओ से ज्यादा है जहां जिओ का अर्पू 167 रुपीस है वही एयरटेल का 178 इन दोनों के बीच ₹11 का फर्क है लेकिन जिओ के पास एयरटेल के मुकाबले ज्यादा सब्सक्राइबर्स है तो हो सकता है कि रेवेन्यू के मामले में इससे कोई खास फर्क ना पड़े लेकिन अगर एक जगह इसका मेजर इंपैक्ट देखें तो वह है कस्टमर की मानसिकता तो अगर हम जिओ की हिस्ट्री को देखे तो –
आज अगर हम जियो का मार्केट शेयर देखें तो 37.9% है एयरटेल का 32.45 लेकिन अगर ऐसे ही एयरटेल अपना बेहतरीन प्लान इंप्लीमेंट करता रहा तो फिर वो दिन दूर नही जब एयरटेल टॉप पोजिशन पर होगा |आपको क्या लगता है एयरटेल फिर से वापस टेलिकॉम कंपनी का किंग बन पायेगा अपनी राये कमेंट में जरुर दे.